डीमैट अकाउंट के फायदे और नुकसान

इस पोस्ट के माध्यम से आपको डीमेट अकाउंट क्या हैं और इसके फायदे, नुकसान क्या हैं इसके विषय में जानकारी देंगे | साधारण रूप में जाने तो शेयर से सम्बंधित ट्रेडिंग के लिए इसका इस्तेमाल होता है | आईये इस विषय को और भी बेहतर ढंग से जाने |

डीमैट अकाउंट क्या होता है - Demat Account Kya Hota Hai

ये एक ऑनलाइन खाता होता है, जिसके उपयोग आप शेयर बाजार के साथ ही कमोडिटी बाजार में ट्रेड करने के लिए कर सकते हैं | 

डीमैट अकाउंट आपको कमोडिटी बाजार या शेयर बाजार में खरीदारी के लिए कुछ जरुरी निर्देशों के साथ ट्रेड करने की अनुमति प्रदान करता है |

ये अकाउंट फाइनेंस कंपनी और बैंको द्वारा प्रदान किया जाता है | 

इस अकाउंट में आप अपने म्युचुअल फंड्स, बॉन्ड, डेबेंचर और शेयर में निवेश को रख सकते हैं | 

साथ ही पूर्व में किये गए ट्रेड इतिहास, खाते का विवरण, निवेश का विवरण आदि की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं।

डीमैट अकाउंट के फायदे और नुकसान - Demat Account Ke Fayde Aur Nuksan

इस अकाउंट से उपभोगकर्ता को क्या फायदा है और इसके नुक्सान क्या क्या हैं, इसे भी यहाँ जानने का प्रयास करेंगे | 

डीमैट खाते के फायदे - Demat Account Ke Fayde

  • ये लंबे समय तक निवेश के लिए सर्वथा उपयुक्त होता है |
  • इससे निवेशक पर शेयर मार्केट के उतार चढ़ाव का कोई दबाव नहीं होता है |
  • डीमैट अकाउंट के द्वारा कोई भी निवेशक किसी भी समय निवेश कर सकते हैं |
  • निवेशक को शेयरों की आवश्यकतानुसार निवेश करने की पूरी स्वतंत्रता प्रदान की जाती है |
  • इस खाते द्वारा निवेशक अपने निवेश का नियंत्रण रख सकते हैं तथा निवेशक को इस खाते में राखी गयी शेयर पर डीमेट शेयर खाते से अधिक मुनाफा मिलता है |
  • डीमैट खाते में निवेश करने के लिए कम प्रतिशत की ब्याज दरें प्रदान की जाती है निवेशक को |
  • निवेशकों को डीमैट खाते में रखी गई शेयरों पर डीमैट शेयर खाते से अधिक मुनाफा मिलता है।
  • इस खाते को रखने वाले निवेशक बाजार के लिए स्थिर निवेश योजना बना कर निवेश डीमेट खाते में जमा कर सकते हैं |
Demat Account Ke Fayde Aur Nuksan


डीमैट खाते के नुकसान - Demat Account Ke Nuksan

  • डीमैट अकाउंट से शेयरों को खरीदने के लिए एक अच्छी पूंजी का उपयोग निवेशक को करना होता है, और इसके लिए उन्हें लोन की भी आवश्यकता पड़ती है |
  • शेयरों की बिक्री के लिए निवेशक को अपने डीमैट खाते से उसे खत्म करना होता है |
  • इस खाते को चलाने की लागत ज्यादा होती है जो निवेशक के लाभ को कम कर देती है |
  • डीमेट खाता धारक के लिए महीने और वर्ष में निकासी की कुछ सीमाएं निर्धारित होती है |
  • डीमेट खाता धारक को इसके सभी नियमों को मानना पड़ता है और उसे समझ कर उनका पालन करना पड़ता है |
  • डीमेट खाता धारक को ब्रोकर को दुबारा शुल्क भी देना पड़ता है |

डीमैट अकाउंट कितने प्रकार के होते हैं - Demat Account Kitne Prakar Ke Hote Hain

डीमैट अकाउंट दो प्रकार होते हैं - 

  • ऑनलाइन डीमैट अकाउंट - इस डीमैट अकाउंट को वित्तीय संस्था या बैंक के वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन खोला जाता है। इसके लिए उपयोगकर्ता को सभी बातों को ऑनलाइन ही भरना पड़ता है |
  • फिजिकल डीमैट अकाउंट - इस डीमैट अकाउंट में निवेशकर्ता को दस्तावेज देना होता है | जो डिमांड की जाती है - जैसे कि आधार कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड आदि | ये अकाउंट ऑफलाइन खोले जाते हैं तथा निवेशकों को नजदीक के किसी वित्तीय संस्था में कार्य के लिए जाना पड़ता है|

दोनों डीमैट अकाउंट में निवेशकों की सुविधाएं समान है, लेकिन ऑनलाइन डीमैट अकाउंट आज के दौर के हिसाब से सही और अधिक सुविधाजनक है | ऑनलाइन में आप घर बैठे इसे खोल सकते हैं और इस पर शुल्क भी कम लगता है |

डीमैट अकाउंट कैसे बंद करें - Demat Account Kaise Band Kare

  • डीमैट अकाउंट को बंद करने के लिए आपको निम्न बातों पर ध्यान देना होगा |
  • आप अपने डीमैट अकाउंट में लॉगिन कर अकाउंट के सेटिंग्स पर जाएं |
  • यहाँ अकाउंट को बंद करने के लिए अनुरोध करना होगा  इस प्रक्रिया के पालन के लिए आपको अपने बैंक से फॉर्म प्राप्त कर भरना होगा और डीमेट अकाउंट प्रदाता को देना या जमा करना होगा |
  • फार्म की कॉपी आप डीमैट अकाउंट प्रदाता को पोस्ट या ईमेल से भेज सकते हैं, उसके बाद आपके अकाउंट बंद होने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी 
  • आखिरी में आपको डीमैट अकाउंट से पैसे को अपने सेविंग अकाउंट में भेजना होगा| अकाउंट बंद होने के बाद आप इसे दुबारा खोल भी सकते हैं |

सबसे अच्छा डिमैट अकाउंट कौन सा है - Sabse Accha Demat Account

यहाँ कुछ बेहतरीन डीमेट अकाउंट का नाम दिया गया है | आप इनमे से अपनी जरुरत के अनुसार किसी एक का चयन कर सकते हैं | इन डीमेट एकाउंट्स के सभी डिटेल्स आपको इन के ऑफिसियल वेबसाइट पर मिल जाएगी | आप अपडेटेड जानकारी के लिए उन्ही वेबसाइट पर विजिट करें |

  • 5पैसा 
  • ज़ेरोधा 
  • अपस्टॉक्स 
  • आईसीआईसीआई डायरेक्ट 
  • ग्रो
  • एंजेल ओन
  • चॉइस
  • पेटीएम मनी 
  • एचडीएफसी सिक्योरिटीज 
  • मोतीलाल ओसवाल डीमैट खाता 
  • आईआईएफएल डीमैट खाता 
  • SBICAP सिक्योरिटीज डीमैट खाता 
  • कोटक सिक्योरिटीज डीमैट खाता 
  • शेयरखान

डीमैट खाता के जरुरी नियम - Demat Account Rules in Hindi

सभी जानते हैं की शेयर बाज़ार में खरीद बिक्री के लिए डीमैट अकाउंट बहुत आवश्यक है | अगर आपने भी शेयर बाज़ार में निवेश किया है तो आपका भी डीमैट अकाउंट या डीमैट खाता जरुर होगा | 

इस अकाउंट के लिए भी कुछ नियम निर्धारित है | आईये जानते हैं वो क्या हैं |

डीमैट अकाउंट धारक को नए नियम के अनुसार अब KYC में अपने आय की भी जानकारी देनी पड़ेगी | अगर डीमैट खाता धारक ऐसा नहीं करेंगे तो अकाउंट बंद बंद भी हो सकता है | 

हाल के समाचार के अनुसार ब्रोकरेज कंपनी ने अपने ग्राहकों को ई-मेल के जरिये इस बात की सूचना दे रही है |

सेबी ने डीमैट अकाउंट होल्डर के लिए नॉमिनेशन के नियमों में भी बदलाव किया है | ये नियम भी 1 अक्टूबर 2021 से सभी के लिए लागू हो जायेंगे | 

सेबी ने जो सर्कुलर जारी किया है उसके अनुसार सभी डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट और ट्रेडर को अपने क्लाइंट के लिए नए डीमैट अकाउंट एक्टिव करने होंगे | उन्हें नॉमिनेशन का फॉर्म मिलने के बाद ऐसा करना है |

इन सभी के साथ ही डीमैट खाताधारक को डिक्लेरेशन और नॉमिनेशन के फॉर्म पर साइन भी करने होंगे | 

अगर किसी कारण ने अकाउंट होल्डर यानि खाताधारक हस्ताक्षर नहीं करता है तो अपने अंगूठे का निशान लगाएगा | 

इस स्थिति में एक गवाह की भी जरुरत पड़ेगी जो हस्ताक्षर करेगा उस फॉर्म पर |

अगर कोई निवेशकर्ता अपना डीमैट अकाउंट या ट्रेडिंग अकाउंट खोलने के समय नॉमिनी नहीं बनाना चाहता है या नॉमिनेशन की प्रक्रिया को नहीं करना चाहता है तो उसे इस बात की जानकारी सेबी से शेयर करनी होगी | 

इसका कारण है की अगर डीमैट अकाउंट होल्डर नहीं रहता है तो किसी भी प्रकार के विवाद से बचा जा सके |

अगर आप पहले से ही डीमैट अकाउंट रखे हुयें हैं तो भी नॉमिनेशन के फॉर्म को भरना होगा | 

किसी कारण से डीमैट अकाउंट होल्डर नॉमिनेशन नहीं करना चाहता है तो उसके लिए एक सेपरेट फॉर्म को भरना होगा | ये सभी प्रक्रिया निवेशक के हित को ध्यान में रख कर बनायीं गयीं है |

आज के समय में शेयर ट्रेडिंग के बारे में जानकारी लोगों में काफी बढ़ी है | लोगों में जागरूकता के कारण ही आज डीमैट खाताधारक की संख्या 6.5 करोड़ के आस-पास पहुँच चुकी है |

डीमैट अकाउंट होल्डर के नॉमिनी की हिस्सेदारी - नॉमिनी का अर्थ होता है की अकाउंट होल्डर की मृत्यु के बाद उसका द्वारा नामित व्यक्ति ही उस अकाउंट के लाभ का मालिक होता है | 

डीमैट अकाउंट के नए नियम के तहत अकाउंट होल्डर की मृत्यु होने पर उसके द्वारा ख़रीदे गए शेयर उसी को ट्रान्सफर होंगे जिसे खाताधारक ने अपना नॉमिनी बनाया होगा | 

डीमैट अकाउंट में खाताधारक अधिकतम 3 नॉमिनी बना सकता है और सभी की हिस्सेदारी भी उसे ही तय करनी होगी | डीमैट अकाउंट होल्डर चाहे तो नॉमिनी को बदल भी सकता है |

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