सर्च कंसोल की 10 बातें | Search Console Ki 10 Baatein

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वैसे तो आप कुछ न कुछ जानते ही होंगे गूगल सर्च कंसोल के बारे में | लेकिन कुछ ऐसी बातें भी हैं जो शायद आपको भी पता न हो | आज आपके सामने एक पोस्ट रखने जा रहा हूँ जिसका टॉपिक है "सर्च कंसोल की 10 बातें" (Search Console 10 Points).

जैसा की आप जानते हैं की गूगल सबसे बड़ा सर्च इंजन है और विश्व का एक बड़ा प्रतिशत अपनी जानकारी की बातें गूगल पर ही सर्च करता है | आपको बता दे की गूगल का जन्म 4 सितम्बर 1998 को हुआ था | एक लम्बे कार्यकाल से हमलोग गूगल पर अपनी बाते सर्च करते हैं, ये समय शायद 15 साल का है | 

सर्च कंसोल गूगल का एक टेक्नीकल भाग है | गूगल सर्च कंसोल का उपयोग नए वेबसाइट के सबमिशन के लिए किया जाता है इसके साथ ही इसे लिस्टेड वेबसाइट के डाटा एनालिसिस के लिए भी संचालित किया जाता है | ये गूगल की एक मुफ्त सेवा है |

अगर आप अपने वेबसाइट के परफॉरमेंस का एनालिसिस करना चाहते हैं तो आपको Google Search Console में sign-up करना होगा और आगे से लॉग इन ऑप्शन का उपयोग करना होगा| आपको बता दें की सर्च इंजन लिस्ट में गूगल सर्च इंजन का नाम टॉप पर है |


सर्च कंसोल

सर्च कंसोल की 10 बातें - Search Console 10 Points In Hindi

  • सर्च कंसोल आपके वेबसाइट के कंटेंट को इंडेक्स करने में सहायता करता है | साथ ही इंडेक्सिंग से जुडी समस्यावों से आपको अवगत कराता है | आप सर्च कंसोल “क्रॉल” रिपोर्ट्स का स्टेटस भी सर्च कंसोल में देख सकते हैं | सर्च कंसोल का उपयोग बग्स और एरर्स को खोजने के साथ ही ठीक करने के लिए किया जाता है।
  • अगर आपकी वेबसाइट को किसी और साईट से लिंक मिलती है तो इस बात की जानकारी भी आपको सर्च कंसोल से ही मिलती है | गूगल सर्च कंसोल का उपयोग वेबसाइट के डोम की संरचना की मॉनिटरिंग करने के लिए भी किया जाता है | ये आपको पता लगाने में मदद करता है कि वेबसाइट में क्या बदलाव हुआ है|
  • सर्च कंसोल आपकी वेबसाइट को बेहतर बनाने और विजिटर ओरिएंटेड करने में आपकी सहायता करता है | इसके दिए हुयें आकडे वेबसाइट के सुधार में मददगार होते हैं | गूगल सर्च कंसोल का उपयोग नेविगेशन के साथ साथ वेबसाइट के अन्य भागों के साथ कनेक्ट होने में भी किया जाता है |
  • अगर आप ऑनलाइन मार्केटिंग के क्षेत्र से जुड़े हों तो गूगल सर्च कंसोल आपकी वेबसाइट को रैंक कराने और ट्रैफिक को बूस्ट करने में आपकी मदद कर सकता है |
  • ऑनलाइन मार्केटिंग के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन के लिए आप गूगल एनालिटिक्स, गूगल एड्स और अन्य टूल्स का प्रयोग कर सकते हैं | गूगेल सर्च कंसोल आपको आपके वेबसाइट के प्रदर्शन के बारे में जरुरी जानकारी प्रदान करता है, जैसे - लोडिंग समय, रिस्पांस टाइम, दूसरे मैट्रिक्स | इससे आप को अपनी वेबसाइट के प्रदर्शन को सुधारने में मदद मिलती है |
  • सर्च कंसोल आपकी साइट हैक होने और मैलवेयर से सम्बंधित सुरक्षा की जिम्मेवारी लेता है और टाइम पर आपको अगाह भी करता रहता है | सर्च कंसोल टेस्टिंग में वेबसाइट के विभिन्न अभिनय को टेस्ट के रिपोर्ट को प्रदर्शित किया जाता है, जैसे कि फ़ॉर्म के भरने, बटन क्लिक करने और विभिन्न तरीकों से साइट पर नेविगेशन करने में होने वाली एक्टिविटी को | जो आपको कई तरह से मदद करती है |
  • अगर आप अपनी वेबसाइट पर काम कर रहे हैं और मार्कअप या कोड बना रहे हैं तो गूगल सर्च कंसोल आपके स्ट्रक्चर्ड डेटा से जुडी समस्या को भी कण्ट्रोल कर सकता है |
  • सर्च कंसोल आपकी वेबसाइट के परफॉरमेंस का डाटा भी एक सिंगल क्लिक में उपलब्ध करा देता है जैसे, कितने क्लिक हुयें, कितना CTR है, कितना इम्प्रैशन पड़ा है आदि |
  • आप अपने साईट के कंटेंट के URL को फ़ास्ट इंडेक्सिंग के ऑप्शन से गूगल में इंडेक्स करा सकते हैं |
  • Google Search कंसोल आपके वेबसाइट के पेज के यूआरएल की सभी जानकारी ले लेता है और उनसे जुडी समस्यावों से आपको अवगत करता है |

आपको ये पोस्ट 'सर्च कंसोल की 10 बातें - Search Console 10 Points' कैसी लगी, कमेंट कर के बतायें |

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